लड़के ने धीमी होती रेल की खिड़की के बाहर देखा तो लगा साक्षात चाँद धरा पर उतर आया हो| अलसी भौर में उनींदे नयन सीप | अपलक देखता ही रह गया | कुछ संयत हो, हाथ में पानी की केतली ले उतरा और वहां चला, जहाँ वह मानक सौंदर्य मूर्ति जल भर रही थी | फासला कम होता गया, सम्मोहन बढ़ता गया | समक्ष पहुँचने तक दोनों के मध्य स्मित अवलंबित नजर सेतु स्थापित हो चुका था | भावनाओं का परिवहन होने लगा | लड़के ने देखा लड़की की पगतली पर महावर रची थी | किसी परिणय यात्रा की सदस्या थी | बालों से चमेली की खुशबू का ज्वार सा उठा, लड़का मदहोश हो गया | कलाई थाम ली, हथेली पर रचे मेहंदी के बूटों पर अधर रख दिये | लड़की की पलकें गिर गई | तभी लड़की के पास खड़ा पानी भरता एक मुच्छड़ मुड़ा | अग्नि उद्वेलित नजरों से घूरा और अपने हाथ को लडके की कनपट्टी की दिशा में घुमा दिया | लड़का झुका और स्वयं को बचाया | इतने में उसकी ट्रेन खिसकने लगी | वह लपक कर चढ़ गया | दूसरी तरफ़ उनकी की ट्रेन भी चल पड़ी | वह मुच्छड़ के साथ घसीटती सी चली | गति पकड़ती ट्रेन की खिड़की से एक मेहंदी रची हथेली हिल रही थी | लड़का आंख में पड़ा कोयला मसलने लगा |
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--विनय के जोशी
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15 कहानीप्रेमियों का कहना है :
" bhut sunder bhavnatmk shabd senyojn se likhee gye ye khanee kaheen thoda sa mrm chodne mey safal rhee hai, aise na jane kitne chotee chotte prem khaneyan bntee hain or smay ke gard mey kheen kho jatee hain.... bhut acche lgee pdh kr"
Regards
विनय जी,
क्या बात है. एक-एक शब्द सौ के बराबर हो गया. इतनी सुंदर अलंकृत भाषा ने मून मोह लिया.
बहुत सुंदर सस्नेह.
शीर्षक ही बहुत प्यारा है........"एक छोटी सी प्रेम कहानी"
और कहानी भी पुरे रस में लिखी गई है.
बढ़िया चित्रण....विनय जी, आपने ट्रेन चलने से पहले हमारे भी दिल में धुकधुकी बढ़ा दी....बस एक "मुच्छड़" शब्द पूरी कहानी के सौंदर्य में खलल डालता है....
निखिल
माननीय निखिल जी,
एक छोटी सी रचना में श्रृंगार, प्रेम और हास्य तीनो के संगम के प्रयास में
गड़बड़ हो गई | आपकी गहरी मह्सुसियत को सलाम | "मुच्छड़"
की जगह "रक्षक" पढ़े | स्नेह बनाये रखे |
सादर,
विनय
सुन्दर :)
बहुत प्यारी कहानी है
सादर
रचना
hello! sir aapka ki kahani lakhu hone ke saath bhut sundar bhi hai.... or aapne isme gagar me saagar sama diya hai...
विनय जी,मुझे कहानी बेहद खुबसूरत लगी,बधाई
आलोक सिंह "साहिल"
prem ka saumya chitran
-dr.jaya
थोडी ही चिज की बात मे बहुत कुछ कह दिये बहुत 2 धन्यवाद।
थोडी ही चिज की बात मे बहुत कुछ कह दिये बहुत 2 धन्यवाद।
Bahut accha samanvay hai is 'choti si prem kahani' mein.
Aur agar agar jeevan mein apke sath kabhi aisa hui hai to phir bas aap aur apka dil hi is baat ki depth tak ja sakta hai.
...please where can I buy a unicorn?
बहुत सुंदर प्रेम कहानी।दिल को छू ले ऐसी...!!
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